अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावों में प्रचार के दौरान मेक अमेरिका ग्रेट अगेन और अमेरिा फर्स्ट का नारा दिया था। 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद से अब तक 28 दिन गुजर चुके हैं। इन दिनों ने ट्रंप ने कई ऐसे आदेश जारी किए हैं जिनका सीधा असर भारत पर होना है। लेकिन इन सभी एक्शन के पीछे ट्रंप की मंशा कुछ और ही है।
- अमेरिका इंपोर्ट के लिहाज से भारत के लिए बड़ा बाजार
- एक्सपोर्ट का 18 फीसदी अमेरिका को भेजता है भारत
- फल और सब्जियों का सबसे बड़ा खरीदार अमेरिका है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रेसीप्रोकल टैरिफ का एलान किया था। रेसीप्रोकल यानी एक तरह का जवाबी टैरिफ, जो ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ वाली नीति का ही हिस्सा है। ट्रंप का मानना है कि जो देश अमेरिका के सामानों पर जितना टैरिफ लगाएगा, बदले में उस पर भी उतना ही टैरिफ लगाया जाएगा।
इसके एलान के वक्त ट्रंप भारत का भी नाम लिया। उधर डोनाल्ड ट्रंप इमीग्रेशन को लेकर भी सख्त रुख अपना रहे हैं, जिसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर ही होगा। अगर व्यापक परिदृश्य में देखें, तो ट्रंप भले ही अमेरिका फर्स्ट पर फोकस कर रहे हों, लेकिन उनके फैसलों का असर भारत पर ज्यादा देखने को मिल रहा है।